मनुष्य बैर बढ़ने से बोलचाल के सारे रास्ते समाप्त हो जाते हैं प्रेम खत्म हो जाता है सारे संबंध समाप्त हो जाते हैं और नरक जाने का मार्ग बांधना बताया जिस धागे में गांठ लगने पर छेद में पार नहीं होती वैसे ही मन में बेर की गांठ लग जाने पर संसार से पार नहीं हो सकता है संसार में भटकने वाला बेर ही है
30 Aug, 2024
Admin
जैन धर्म में अहिंसा एवं आत्मा की शुद्धि को सबसे महत्वपूर्ण स्थान दिया जाता है। प्रत्येक समय हमारे द्वारा किये गये अच्छे या बुरे कार्यों से कर्म बंध होता है, जिनका फल हमें अवश्य भोगना पड़ता है। शुभ कर्म जीवन व आत्मा को उच्च स्थान तक ले जाता है, वही अशुभ कर्मों से हमारी आत्मा मलिन होती जाती है।
30 Aug, 2024
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फागी कस्बे से विभिन्न धार्मिक एवं तीर्थ स्थानों,मुनि संघो एवं आर्यिकाओं के दर्शनार्थ गये 35 श्रृद्धालुओं के दल ने आज प्रतापगढ़ में आचार्य चंद्रसागर जी महाराज स संघ के पावन सानिध्य में फागी जैन समाज की तरफ से सभी श्रृद्धालुओं ने सामूहिक रूप से जयकारों के साथ श्री जी की महाशांति धारा कर सुख समृद्धि की कामना करते धर्म लाभ प्राप्त किया
30 Aug, 2024
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भारतीय जैन युवा परिषद की अगुवाई में जयपुर शहर में विभिन्न स्थानों पर पावन चातुर्मास 2024 में चल रहे विभिन्न धार्मिक आयोजन के तहत 25 अगस्त को विभिन्न साधु संतों, मुनि राजों, आर्यिकाओं के दर्शनार्थ 24 बसों के द्वारा करीब 800 लोगों को दर्शन कराए गए!
30 Aug, 2024
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अर्हम योग प्रणेता मुनि 108 श्री प्रणम्य सागर जी महाराज स संघ 27 अगस्त मंगलवार को प्रातः मीरा मार्ग से बिहार कर हीरा पथ नवीन जिनालय पर पहुंचे
30 Aug, 2024
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यह ऐसा व्यक्तिमत्व जिन्होंने अपने जीवन में अनेको ऊंचाइयों को हासिल किया | परमपूज्य श्री ज्ञानमती माताजी के प्रेरणा से 108 फीट भगवान ऋषभदेव की मांगीतुंगी में प्रतिमा उत्तीर्ण करने में सबसे बड़ा योगदान,अपना संपूर्ण जीवन उसके लिए समर्पित किया। लगभग 20 साल आप मांगीतुंगी मुर्ति कार्य के लिए रहे। इस विशालकाय मूर्ति का गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी नाम दर्ज कराया गया है |
30 Aug, 2024
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राजधानी में पहली बार चातुर्मास कर रहे आचार्य विद्या सागर महाराज के शिष्य अर्हं ध्यान योग प्रणेता मुनि प्रणम्य सागर महाराज महाराज ससंघ के सानिध्य में मानसरोवर के मीरा मार्ग स्थित आदिनाथ भवन में चल रही ” पार्श्वनाथ कथा ” के दौरान गुरुवार को मुनि श्री ने अपने आशीर्वचन देते हुए कहा की ” व्रत और शील से जो युक्त होता है वो ही सम्मान पाने के लायक होते है।
30 Aug, 2024
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परम पू. गणिनी आर्यिका 105 श्री विजय मती माताजी ससंघ के पावन सानिध्य में पचेवर ग्राम की पावन धरा पर 23 दिवसीय श्री कल्याण मंदिर महामंडल विधान का भव्य आयोजन
25 Aug, 2024
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आर के पुरम स्थित श्री 1008 मुनिसुव्रत नाथ दिगंबर जैन त्रिकाल चौबीसी जैन मंदिर में
परम पूज्य भावलिंगी संत श्रमणाचार्य 108 श्री विमर्शसागर जी महाराज ससंघ के पावन सानिध्य में दीक्षा लेने वाली विशु दीदी सहित 13 दीक्षार्थी दीदीयों की “गौद भराई का कार्यक्रम भव्यता के साथ दिनांक 23 अगस्त को प्रातः काल 8 बजे किया जाएगा।
25 Aug, 2024
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