श्री दिगंबर जैन अतिशय क्षेत्र सहस्रकूट विज्ञातीर्थ गुन्सी जिला टोंक राजस्थान में विराजमान परम पूज्य भारत गौरव श्रमणी गणिनी आर्यिका गुरुमां 105 विज्ञाश्री माताजी के दर्शनों का लाभ प्राप्त करने हेतु अनेकों श्रद्धालु पहुंचे।
श्री दिगंबर जैन अतिशय क्षेत्र सहस्रकूट विज्ञातीर्थ गुन्सी जिला टोंक राजस्थान में विराजमान परम पूज्य भारत गौरव श्रमणी गणिनी आर्यिका गुरुमां 105 विज्ञाश्री माताजी के दर्शनों का लाभ प्राप्त करने हेतु अनेकों श्रद्धालु पहुंचे। सहस्रकूट विज्ञातीर्थ ट्रस्ट के परम संरक्षक विकास- अंजना काला जापान वाले,सदस्य दीपक सेठी सपरिवार विवेक विहार जयपुर ने पूज्य गुरुमां के दर्शन कर मंगलमय आशीर्वाद प्राप्त किया, कार्यक्रम में संघस्थ भैया प्रतीक जैन सेठी ने बताया की नरेंद्र- बबीता काला सीकर वालों की ओर से विज्ञातीर्थ क्षेत्र पर भक्तामर दीपार्चना की आराधना की गई।
पूज्य माताजी ने श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि जीवन में विवेक का होना अत्यंत आवश्यक है। जिसके रहते मनुष्य अनेक उपलब्धियों को प्राप्त कर सकता है। मनुष्य ही एक ऐसा प्राणी है जो विवेक से कोई भी कार्य संपन्न करने में समर्थ है। अन्य गति के जीवों में विवेक नहीं पाया जाता,संघस्थ बाल ब्रह्मचारिणी रुची दीदी ने बताया कि आगामी 1 जनवरी 2025 के दिन अतिशयकारी श्री शांतिनाथ भगवान का 25 रजत कलशों से महामस्तकाभिषेक का भव्य आयोजन किया गया।
स्रोत- जैन गजट, 31 दिसंबर, 2024 पर:------
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James martin
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