सांगानेर के चित्रकूंट कॉलोनी महावीर दिगम्बर जैन मंदिर में मुनि समत्व सागर जी महाराज स संघ के पावन सानिध्य में चल रहे दस दिवसीय कल्पद्रुम महामण्ड़ल विधान एवं विश्वशांति महायज्ञ का भव्य साथ हुआ भव्यता के साथ समापन
मुनि समत्व सागर महाराज को समाज द्वारा ” युवा श्रुत संवाहक” की उपाधि से किया विभूषित
सांगानेर की चित्रकूट कॉलोनी के महावीर दिगंबर जैन मंदिर में मुनि समत्व सागर महाराज व मुनि शील सागर महाराज के पावन सानिध्य में चल रहे कल्पद्रुम महामंडल विधान का बुधवार को विश्व शांति महायज्ञ के साथ भव्य समापन हुआ, कार्यक्रम में जैन महासभा के प्रतिनिधि राजाबाबू गोधा ने अवगत कराया कि इस मौके पर विशाल शोभायात्रा निकाली जाकर श्री जी को वेदियों में विराजमान किया गया, कार्यक्रम में मंदिर समिति के अध्यक्ष केवल चंद गंगवाल एवं मंत्री अनिल जैन काशीपुरा ने बताया कि विधान के अंतिम दिन पूजा अर्चना से पूर्व श्री जी के अभिषेक एवं शांति धारा की गई ,विनोद अरविंद चौधरी परिवार ने मुनि श्री का पाद प्रक्षालन किया तथा प्रदीप कुमार- विमल बाकलीवाल परिवार ने शास्त्र भेंट किया । मुनि श्री के सानिध्य में प्रथम मंगल कलश ओमप्रकाश आशीष कटारिया व चार मंगल कलशों को महावीर कुमार- मनीष सौगानी, कपूरी देवी- सुमनलता बैद एवं सुचित्रा पल्लव जैन परिवार को प्राप्त हुआ,आठ दिन तक चले उक्त विधान में श्रद्धालुओं ने समोवशरण में विराजित जिनेंद्र प्रभु के समक्ष आत्म कल्याण के लिए अर्घ्यों का अर्पण किया मीडिया समन्वयक विनोद जैन कोटखावदा, एवं एडवोकेट महावीर -सुरेन्द्र जैन ने बताया कि विधान समापन समारोह में समाज द्वारा मुनि समत्व सागर महाराज को ” युवा श्रुत संवाहक” की उपाधि से विभूषित किया गया।
मुनि श्री के प्रवचनों के बाद विश्व शांति महायज्ञ का आयोजन हुआ जिसने मानव कल्याण व विश्व शांति के लिए हवन में श्रावकों द्वारा पाँच लाख अर्घ्य अर्पित कर पूर्णाहुति दी गई, कार्यक्रम में कोषाध्यक्ष सत्यप्रकाश कासलीवाल व संयुक्त मंत्री महावीर बैद ने बताया कि पिछले दस दिनों से प्रवाहित ज्ञान गंगा में समत्व के अंकुरित बीजो से संस्कारों की वर्षा से सभी धर्मावलंबी लाभान्वित हुए । समारोह में विधानचार्य पण्डित विकर्ष शास्त्री व शुभम् भैया का शाल व श्रीफल भेट कर सम्मानित किया गया। साथ ही चक्रवर्ती परिवार कैलाश चंद सौगानी, सौधर्म पदम चंद जैन पवालिया, भूमि प्रदाता दीपक चिराग़ बोहरा परिवार का भी सम्मान किया गया ।
समिति के सदस्य ओमप्रकाश कटारिया व उपाध्यक्ष बाबूलाल बिलाला ने बताया कि समारोह पश्चात्त मंडप से श्रीजी की भव्य शोभायात्रा निकाली गई जिसने मुनि श्री के सानिध्य में त्रयोदशी जिनालय को भव्य रथ में विराजमान कर मंदिर जी ले जाया गया। रथयात्रा दिनेश कॉलोनी, पंचवटी कॉलोनी, गायत्री नगर टोंक रोड होते हुए चित्रकूट कॉलोनी जैन मंदिर पहुची जहां प्रतिमाओं को जय घोष के साथ मंदिर जी में विराजमान किया गया समोवशरण में सम्मिलित होने वाले इंद्रो व इन्द्राणियों का समिति सदस्य बाबूलाल बैद, योगेश पाटनी, संतोष सौध्या, निर्मल गंगवाल व सुरेश पवालिया ने स्वागत किया,कार्यक्रम में मुनि समत्व सागर जी महाराज ने कहा कि समोवशरण में आने मात्र से परिणाम बदल जाते हैं और कहा कि संसार की संतति के दो ही कारण है, संगति व संस्कार, जिसके जैसी संगति व संस्कार होंगे उसके परिणाम भी वैसे ही होते है ।
अरिहंत के संस्कार ही भव से पार लगाते है । उन्होंने कहा कि जिस प्रकार पानी की बूँद साँप के मुँह में जाकर ज़हर तथा सिप में जाते ही मोती बन जाती है उसी प्रकार मनुष्य की संगत व संस्कार ही उसकी मंज़िल का निर्धारण करते हैं । धर्म सभा में राजस्थान जैन सभा जयपुर के मंत्री विनोद जैन कोटखावदा, राजस्थान जैन युवा महासभा जयपुर के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप जैन, चेतन जैन निमोडिया, महेश बाकलीवाल सहित बडी संख्या में गणमान्य लोग शामिल हुए,मीडिया समन्वयक महावीर -सुरेंद्र जैन एडवोकेट व विनोद जैन कोटख़ावदा ने बताया कि मुनि श्री के सानिध्य में आठ दिन तक कल्पद्रुम महामंडल विधान में धर्मगंगा प्रवाहित हुई जिसमें स्थानीय समाज के साथ जयपुर शहर व देश के विभिन्न हिस्सों से आए धर्मावलंबियों ने भाग लिया । इस विधान में कुल पंद्रह पूजाओ में क़रीब नो लाख अर्घ्य अर्पित किये गये। कार्यक्रम में महिला मंडल अध्यक्षा श्रीमती राजेश देवी सोगानी व नवयुवक मंडल अध्यक्ष सुरेंद्र सौगानी ने बताया कि विधान के समापन के बाद मुनि समत्व सागर महाराज व शील सागर महाराज का पद विहार चित्रकूट कॉलोनी से सांगानेर के संघीजी दिगम्बर जैन मंदिर के लिए हुआ। पद विहार में सैकड़ो धर्मावलम्बी साथ चलते हुए मुनि श्री व जैन धर्म के जयकारें लगा रहे थे ।
स्रोत- जैन गजट, 28 नवंबर, 2024 पर:- https://jaingazette.com/muni-samatva-sagar-maharaj-ko-samaj-dvara/
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James martin
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