जैनाचार्य 108 सविज्ञ सागर जी महाराज कलश स्थापना से तप साधना चल रही है
नैनवा 31 जुलाई बुधवार2024
जैनचार्य ने धर्म सभा को बताया
आज का मनुष्य धर्म से विपरीत दिशा की ओर दौड़ रहा है अपने आप को जैन कहता है जैन होने की परिभाषा जानता ही नहीं है जैन की पहचान महाराज ने बताया रात्रि का भोजन त्याग प्रतिदिन देव दर्शन करना *पानी छानकर पीना
इतना करने पर ही एक जैन की पहचान होती है आज का युवा विपरीत मार्ग पर दौड़ रहा है यह सब घर के माता-पिता के संस्कारों की कमी मुनि ने बताई
परम पूज्य चतुर्थ पत्ताधीश आचार्य सुनील सागर महाराज के परम पावन शिष्य जिनका वर्षा योग नैनवा में संपन्न हो रहा है मुनि 108 सविज्ञसागर महाराज द्वारा तपती हुई गर्मी के मौसम में कलश स्थापना 21 अगस्त से प्रतिदिन दो उपवास एक आहार नियमित चल रहा है यह त्याग की बहुत बड़ी महिमा है आपके मंगलमय प्रवचन के धर्म लाभ शांति वीर धर्मस्थल
पर अपार भक्तों को लाभ मिल रहा है
स्रोतः जैन गजट, 31 जुलाई 2024, https://jaingazette.com/jainacharya-108-savig-sagar-ji-maharaaj/
Copyright © 2024 All Rights Reserved
2 Comments
James martin
ReplyLorem ipsum dolor sit amet, cibo mundi ea duo, vim exerci phaedrum. There are many variations of passages of Lorem Ipsum available but the majority.
James martin
ReplyLorem ipsum dolor sit amet, cibo mundi ea duo, vim exerci phaedrum. There are many variations of passages of Lorem Ipsum available but the majority.