इंदौर । श्री 1008 चिन्तामणी पार्श्वनाथ दिगम्बर जैन मंदिर स्कीम 78 में परपरागत दशलक्षण महापर्व पर इन्दौर की सबसे बडी महाआरती लगातार 11 वर्षों से हो रही है। महाआरती के पुण्यांर्जक बनने का इस बार गौरव समाज के श्रैष्ठी राजकुमार जैन परिवार को प्राप्त हुआ।
इंदौर । श्री 1008 चिन्तामणी पार्श्वनाथ दिगम्बर जैन मंदिर स्कीम 78 में परपरागत दशलक्षण महापर्व पर इन्दौर की सबसे बडी महाआरती लगातार 11 वर्षों से हो रही है।
महाआरती के पुण्यांर्जक बनने का इस बार गौरव समाज के श्रैष्ठी राजकुमार जैन परिवार को प्राप्त हुआ।
मंदिर प्रबंधन कमेटी और दशलक्षण महापर्व कमेटी ने राजकुमारजी को साफा माला, मुकुट और तिलक लगाकर महाआरती सौपकर उन्हें मय आरती के रथपर विराजमान करके उनके निज निवास से लाया गया , साथ में भगवान महावीर स्वामी का विशेष रथ भी शामिल हुआ। जगह जगह आरती उतारी गयी।
महाआरती के मुख्यातिथि म. प्र. शासन के लोकप्रिय मंत्री माननीय कैलाश विजयवर्गीय, एमआईसी सदस्य राजेन्द्र राठौर, समाजरत्न आर. के. जैन,नवीन जैन गाजियाबाद, विकास जैन,नरेन्द्र वेद, कैलाश वेद, प्रदीप बडजात्या, अनिल जैनको, जिनेश झांझरी,सुशील पांड्या, सुदीप जैन, नुकुल पाटोदी, पिंकेश पांटोदी,राजेन्द सोनी, प्रदीप चौधरी, रवि जैन, पूनम सतभैय्या, डा. संजय जैन,संजय जैन, वीरेन्द्र बडजात्या,प्रमोद पापडीबाल,नीरज जैन, महावीर बैनाडा, सुशील पांड्या, रविश जैन, दिलीप पाटनी,सुशील लुहाडिया, आशीष जैन, सहित हजारों की संख्या में समाजसेवी उपस्थित रहे।
संगीतकार श्रीमती अर्चना कुरकटे और मिलिंद कुरकटे ने महाआरती में शमा बांध दी। संचालन डी के जैन अध्यक्ष, तीर्थक्षेत्र कमेटी ने किया आभार राजेश जैन ने माना।
स्रोत- जैन गजट, 17 सितंबर, 2024 पर: https://jaingazette.com/paramparagat-daslakshan-mahaparv-mai-indor/
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2 Comments
James martin
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